बीच वॉलीबॉल की दुनिया में एक नया अध्याय लिखा गया है! बुरुंडी के हलचल भरे शहर बुजुम्बुरा में आयोजित प्रतिष्ठित बुजुम्बुरा फ्यूचर्स टूर्नामेंट 2025 ने दुनिया भर के खिलाड़ियों को आकर्षित किया और कई यादगार पल दिए। इस प्रतियोगिता ने न केवल खेल प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि कई नई प्रतिभाओं को भी मंच दिया, जिनमें से कुछ ने तो अपने पहले ही बीच प्रो टूर गोल्ड मेडल का स्वाद चखा। यह टूर्नामेंट इस बात का भी प्रमाण था कि कैसे FIVB का `वॉलीबॉल एम्पावरमेंट` कार्यक्रम खेल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पुरुष वर्ग: ब्राजील का धमाकेदार पदार्पण और हंगरी की निरंतरता
पुरुष वर्ग में, सभी की निगाहें ब्राजील की युवा जोड़ी, गैब्रियल ज़ुलियानी और निकोलस कैप्रेटी शोस्लर पर टिकी थीं। यह जोड़ी, जो अपने बीच प्रो टूर करियर में पहली बार एक साथ खेल रही थी, ने क्वालीफिकेशन राउंड से लेकर गोल्ड मेडल तक का सफर तय कर सभी को चौंका दिया। 16वीं वरीयता प्राप्त इस जोड़ी ने बड़े-बड़े दिग्गजों को धूल चटाई और टूर्नामेंट में अजेय रहकर सात लगातार मैच जीते। फाइनल में उन्होंने हंगरी की मज़बूत जोड़ी को 2-0 से हराकर अपना पहला टूर गोल्ड मेडल हासिल किया। यह किसी स्वप्निल पदार्पण से कम नहीं था, और उन्होंने साबित कर दिया कि जुनून और दृढ़ संकल्प से कुछ भी असंभव नहीं।
वहीं, हंगरी के आर्टुर हाजोस और बेंसे एटिला स्ट्रेली ने इस टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीतकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। यह जोड़ी FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम के तहत पोलिश कोच रॉबर्ट ज़ुचोव्स्की के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रही है, जिसके लिए हंगेरियन वॉलीबॉल फेडरेशन को USD 126,000 का कोच सपोर्ट मिला है। उनका यह प्रदर्शन FIVB के निवेश की सफलता को दर्शाता है। यह उनके करियर का दूसरा बीच प्रो टूर सिल्वर था, जो उनकी निरंतरता और कड़ी मेहनत का परिणाम है। सेमीफाइनल में अमेरिकी जोड़ी को हराकर फाइनल में जगह बनाना उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी, हालांकि गोल्ड से चूकना थोड़ा निराशाजनक रहा होगा।
अमेरिकी जोड़ी जेम्स एवरी ड्रॉस्ट और रॉबर्ट वायट हैरिसन ने जापान की जोड़ी को हराकर कांस्य पदक जीता। यह उनकी एक साथ पहली बीच प्रो टूर उपस्थिति थी, और कांस्य पदक के साथ शुरुआत करना निश्चित रूप से उनके लिए एक सकारात्मक संकेत है।
महिला वर्ग: स्लोवेनिया की धाक और जर्मनी का अनुभव-युवा मिश्रण
महिला वर्ग में, स्लोवेनिया की जोड़ी ताजदा लवसिन और ज़िवा जावोर्निक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल पर कब्ज़ा किया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट गंवाए बिना फाइनल तक का सफर तय किया और अंततः गोल्ड मेडल जीता। यह भी उनकी जोड़ी का पहला बीच प्रो टूर गोल्ड था, और उन्होंने बुजुम्बुरा में अपनी छाप छोड़ी।
जर्मनी की जोड़ी सैंड्रा फर्गर और रिका डिकमैन ने सिल्वर मेडल जीतकर सभी का ध्यान खींचा। यह जोड़ी भी FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम से लाभान्वित हुई है, जिसके तहत जर्मन वॉलीबॉल फेडरेशन को USD 168,000 का कोच सपोर्ट मिला है। उनकी टीम पूर्व यूरोपीय चैंपियन और दो बार के ओलंपियन क्रिस्टोफ डिकमैन के अधीन प्रशिक्षण लेती है। इस जोड़ी में दिलचस्प बात यह थी कि 34 वर्षीय फर्गर का यह टूर डेब्यू था, जबकि 16 वर्षीय रिका, जो कोच क्रिस्टोफ की भतीजी हैं, अपने करियर का दूसरा टूर खेल रही थीं। एक ओर अनुभव का खज़ाना, दूसरी ओर युवा जोश की उड़ान – यह मिश्रण सचमुच अनूठा था! भले ही वे फाइनल में स्लोवेनिया से हार गईं, लेकिन उनका पहला बीच प्रो टूर पोडियम फिनिश एक बड़ी उपलब्धि थी, जो खेल में उम्र के अंतर के बावजूद सामंजस्य बिठाने की कला को दर्शाता है।
अमेरिकी जोड़ी जेड रेस और केटी लिंडस्ट्रोम ने मोरक्को की टीम को एक रोमांचक मुकाबले में हराकर कांस्य पदक जीता। यह भी उनकी एक साथ पहली प्रतियोगिता थी, और उन्होंने अपनी दृढ़ता से पोडियम पर जगह बनाई।
FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट: खेल के भविष्य का निर्माण
बुजुम्बुरा फ्यूचर्स टूर्नामेंट में कई पोडियम फिनिश FIVB के `वॉलीबॉल एम्पावरमेंट` कार्यक्रम के सीधे परिणाम थे। हंगरी और जर्मनी जैसे देशों को मिलने वाला वित्तीय और कोचिंग समर्थन, खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कार्यक्रम सिर्फ मेडल जीतने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बीच वॉलीबॉल को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को निखारने का एक सशक्त माध्यम है। कल्पना कीजिए, यदि भारत में भी ऐसे कार्यक्रम चलाए जाएं, तो हम भी शायद जल्द ही ऐसे टूर्नामेंट्स में तिरंगा लहराते देख पाएंगे!
एक वैश्विक मंच, आगे की राह
बुजुम्बुरा फ्यूचर्स ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बीच वॉलीबॉल वास्तव में एक वैश्विक खेल है। इस टूर्नामेंट में पांचों महाद्वीपीय परिसंघों के 16 विभिन्न देशों से 24 पुरुष और 11 महिला टीमों ने भाग लिया। यह विविधता ही इस खेल की सुंदरता है, जहां विभिन्न संस्कृतियों और पृष्ठभूमि के खिलाड़ी एक साथ रेत के मैदान पर प्रतिस्पर्धा करते हैं।
अगले फ्यूचर्स इवेंट्स सितंबर में बुडापेस्ट, हंगरी और वारसॉ, पोलैंड में होने वाले हैं। बुजुम्बुरा में देखी गई ऊर्जा और उत्साह के साथ, यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले टूर्नामेंट भी उतनी ही रोमांचक प्रतिस्पर्धा प्रस्तुत करेंगे। बीच वॉलीबॉल का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है, और नए सितारों का उदय जारी है!