वीडियो गेम की दुनिया में, कैरेक्टर कस्टमाइज़ेशन यानी अपने गेम कैरेक्टर को अपनी पसंद के अनुसार ढालना अब सिर्फ एक विशेषता नहीं, बल्कि गेमर्स के लिए एक जुनून बन चुका है। ‘स्किन्स’ (Skins) या वेशभूषा, खिलाड़ियों को अपनी पहचान बनाने और खुद को दूसरों से अलग दिखाने का मौका देती हैं। लेकिन क्या होगा जब गेम के निर्माता खुद, बड़े से बड़े ब्रांड्स के साथ सहयोग करने से इनकार कर दें, सिर्फ इसलिए कि उन्हें लगता है कि यह गेम की मूल पहचान से मेल नहीं खाता? हाल ही में, ‘कॉल ऑफ़ ड्यूटी: ब्लैक ऑप्स 7’ के डेवलपर्स, ट्रेयार्क (Treyarch) ने ऐसा ही एक साहसिक फैसला लिया है, जिसने गेमिंग जगत में बहस छेड़ दी है।
`ब्लैक ऑप्स` वाला एहसास: ट्रेयार्क का अनूठा मापदंड
ट्रेयार्क के सीनियर डायरेक्टर ऑफ प्रोडक्शन, येल मिलर (Yale Miller) ने हाल ही में खुलासा किया कि उनकी टीम ने `ब्लैक ऑप्स 7` के लिए कई बड़े ब्रांड्स के साथ पार्टनरशिप के प्रस्तावों को ठुकरा दिया है। यह सुनकर कई गेमर्स हैरान रह सकते हैं, क्योंकि गेम इंडस्ट्री में अक्सर ऐसे कोलैबोरेशन से अच्छी खासी कमाई होती है। लेकिन मिलर के अनुसार, ट्रेयार्क का लक्ष्य साफ है: स्किन्स ऐसी होनी चाहिए जो गेम के साथ `समझ में आएं` और `ब्लैक ऑप्स जैसा महसूस कराएं`।
“हमें कुछ ऐसे बड़े ब्रांड्स से प्रस्ताव मिले थे, जिन पर हमने गंभीरता से विचार किया, लेकिन अंततः हमने उन्हें मना कर दिया। बड़े, बहुत बड़े ब्रांड, बड़ी चीजें… और हमने कहा, `नहीं, हम ऐसा नहीं करने वाले क्योंकि यह बस फिट नहीं बैठता,`” मिलर ने बताया।
मिलर ने न्युकटाउन ब्लॉक पार्टी (Nuketown Block Party) स्किन्स का उदाहरण दिया, जहां खिलाड़ी नक्शे के पुतलों (mannequins) के रूप में खेल सकते हैं। उनका कहना है कि ये स्किन्स `ग्राउंडेड` यानी यथार्थवादी नहीं हैं, लेकिन वे `गेम के लिए सही लगती हैं`। यह `सही महसूस करना` ही ट्रेयार्क का नया मंत्र है, न कि केवल यथार्थवाद।
गेमिंग समुदाय की दुविधा: वियर्ड या यथार्थवादी?
कॉल ऑफ़ ड्यूटी फ़्रैंचाइज़ी लंबे समय से अपनी `वियर्ड` और `ओवर-द-टॉप` स्किन्स के लिए जानी जाती रही है। एक तरफ, ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने `द बॉयज़` (The Boys), `टीएमएनटी` (TMNT) और यहां तक कि निकी मिनाज (Nicki Minaj) जैसे किरदारों की स्किन्स को खूब सराहा है। ये स्किन्स अक्सर गेम में एक नया और मजेदार आयाम जोड़ती हैं। वहीं, दूसरी ओर, गेमर्स का एक बड़ा वर्ग मानता है कि ऐसी स्किन्स `कॉल ऑफ़ ड्यूटी` को उसके सैन्य शूटर (military shooter) वाली पहचान से भटका रही हैं। एक्टिविज़न (Activision) ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि कुछ प्रशंसक मानते हैं कि फ़्रैंचाइज़ी अपनी मूल पहचान से `भटक` गई है।
यहां एक दिलचस्प तुलना `बैटलफ़ील्ड 6` (Battlefield 6) के डेवलपर्स के रुख से की जा सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके गेम के कॉस्मेटिक्स `ग्राउंडेड` यानी यथार्थवादी होंगे। बैटलफ़ील्ड के डिज़ाइन डायरेक्टर शशांक उचिल (Shashank Uchil) ने सीधे तौर पर कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसे निकी मिनाज की ज़रूरत है।” यह बयान साफ़ तौर पर `कॉल ऑफ़ ड्यूटी` पर एक कटाक्ष था, और गेमिंग इंडस्ट्री में इन दोनों दिग्गजों के बीच की वैचारिक खाई को दर्शाता है।
पहचान बनाम कमाई: व्यापारिक पहलू
यह सर्वविदित है कि इन-गेम शॉप्स और स्किन्स की बिक्री एक्टिविज़न के लिए एक बड़ा राजस्व स्रोत है। ऐसे में, `बड़े ब्रांड्स` के साथ कोलैबोरेशन ठुकराना एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक फैसला है। क्या यह निर्णय ट्रेयार्क और एक्टिविज़न के लिए कमाई के कुछ अवसर गंवाएगा? शायद। लेकिन यह भी हो सकता है कि यह कदम गेम की मूल भावना के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाए और दीर्घकालिक रूप से खिलाड़ियों का विश्वास जीतने में मदद करे। आखिरकार, अगर खिलाड़ी यह महसूस करें कि डेवलपर उनकी चिंताओं को सुन रहे हैं और गेम की पहचान बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो यह एक मजबूत ब्रांड लॉयल्टी का निर्माण कर सकता है।
ब्लैक ऑप्स 7 का भविष्य
`ब्लैक ऑप्स 7` 14 नवंबर को लॉन्च होने वाला है, और मल्टीप्लेयर बीटा अक्टूबर में शुरू होगा, जिसमें ज़ोंबी मोड भी शामिल होगा। हालांकि `ब्लैक ऑप्स 6` की अधिकांश स्किन्स `ब्लैक ऑप्स 7` में आगे नहीं बढ़ेंगी, ट्रेयार्क का यह नया दृष्टिकोण इस बात का संकेत देता है कि आने वाले समय में हमें और अधिक `ब्लैक ऑप्स` वाली, लेकिन शायद थोड़ी `अनोखी` स्किन्स देखने को मिल सकती हैं। यह एक ऐसा संतुलन है जिसे साधना हर गेम डेवलपर के लिए चुनौती भरा होता है – खिलाड़ियों को क्या चाहिए, गेम की पहचान क्या है, और बाजार की मांग क्या है। ट्रेयार्क का यह फैसला दर्शाता है कि कभी-कभी, पहचान को बनाए रखना सिर्फ कलात्मक निर्णय नहीं, बल्कि एक रणनीतिक व्यावसायिक कदम भी हो सकता है। अब देखना यह है कि यह फैसला गेमर्स पर कितना प्रभाव डालता है और क्या यह `ब्लैक ऑप्स 7` को गेमिंग इतिहास में एक खास जगह दिला पाता है।