वॉलीबॉल की दुनिया में एक बड़ा नाम बनने की महत्वाकांक्षा लिए बेल्जियम की पुरुष टीम, `रेड ड्रेगन`, सात साल के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर वैश्विक मंच पर वापसी कर रही है। मनिला, फिलीपींस में 12 से 28 सितंबर तक आयोजित होने वाली FIVB पुरुष विश्व चैंपियनशिप उनके लिए सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम है।
एक लंबा इंतजार और एक नया लक्ष्य
बेल्जियम की वॉलीबॉल टीम का ओलंपिक इतिहास बहुत संक्षिप्त है। वे केवल एक बार, 1968 में मेक्सिको सिटी ओलंपिक में, रोमानिया के स्थान पर प्रतिस्पर्धा कर पाए थे और तब दस टीमों में से आठवें स्थान पर रहे थे। यह एक ऐसी कहानी है जिसे वे 2028 में बदलना चाहते हैं। वर्तमान में विश्व रैंकिंग में 17वें स्थान पर काबिज, बेल्जियम ने अपनी विश्व चैंपियनशिप की बर्थ पांचवीं सर्वोच्च रैंकिंग वाली गैर-योग्य टीम के रूप में हासिल की है। उनके लिए मनिला सिर्फ गंतव्य नहीं, बल्कि एक लॉन्चपैड है, जहाँ से LA28 ओलंपिक की ओर उनका सफर शुरू होगा।
इमानुएल ज़ानिनी: रणनीतिकार और स्वप्नद्रष्टा
इस नई यात्रा के सूत्रधार हैं इटली के रणनीतिकार कोच इमानुएल ज़ानिनी, जिन्होंने 2022 में टीम की कमान संभाली थी। ज़ानिनी, जो सिडनी 2000 ओलंपिक खेलों में इटली के सहायक कोच के रूप में कांस्य पदक विजेता रहे हैं, बेल्जियम को LA28 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कराकर अपने कार्यकाल को एक यादगार मुकाम देना चाहते हैं। 2023 में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफायर में वे पोलैंड, कनाडा और अर्जेंटीना के बाद पूल सी में चौथे स्थान पर रहे थे, जिससे वे ओलंपिक में स्थान बनाने से चूक गए।
हालांकि, उनकी मेहनत रंग ला रही है। टीम ने 2026 वॉलीबॉल नेशंस लीग (VNL) के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है, जो उनके हालिया उदय का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। VNL दुनिया की शीर्ष वॉलीबॉल लीगों में से एक है, और इसमें बेल्जियम की भागीदारी उनके लिए अनुभव और प्रतिस्पर्धा के उच्च स्तर को सुनिश्चित करेगी।
इमानुएल ज़ानिनी के मार्गदर्शन में, बेल्जियम सिर्फ जीतने के लिए नहीं खेल रहा, बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत और टिकाऊ टीम बना रहा है। उनका विजन स्पष्ट है: मनिला सिर्फ एक चेकपॉइंट है, असली लक्ष्य लॉस एंजिल्स में है।
`रेड ड्रेगन` की उड़ान और FIVB का साथ
बेल्जियम की यह तरक्की कोई संयोग नहीं है। 2019 से, टीम को FIVB एम्पावरमेंट प्रोग्राम से 189,000 डॉलर का महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। इसके परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं: विश्व चैंपियनशिप में वापसी, VNL में पदोन्नति, और युवा एथलीटों की एक नई पीढ़ी जो दुनिया का सामना करने के लिए तैयार है।
2023 में ज़ानिनी ने बेल्जियम को यूरोपीय चैंपियनशिप के राउंड ऑफ 16 में पहुँचाया था, जहाँ उन्हें अंततः चैंपियन बनने वाली पोलैंड टीम से 3-1 से हार का सामना करना पड़ा। इस गति को बनाए रखते हुए, उन्होंने 2024 FIVB चैलेंजर कप में रजत पदक जीता, हालांकि फाइनल में मेजबान चीन से 3-1 से हार गए। ये सभी परिणाम टीम के बढ़ते कद और ओलंपिक सपने की दिशा में उनकी गंभीरता को दर्शाते हैं।
मनिला में चुनौतियाँ और पूल एफ की अग्निपरीक्षा
`रेड ड्रेगन` को विश्व चैंपियनशिप के पूल एफ में रखा गया है, जहाँ उनका सामना विश्व नंबर 2 इटली, यूक्रेन और अल्जीरिया जैसी मजबूत टीमों से होगा। उनका अभियान 14 सितंबर को यूक्रेन के खिलाफ शुरू होगा, जो उनसे वर्तमान रैंकिंग में तीन स्थान ऊपर हैं। इसके बाद 16 सितंबर को उनका मुकाबला मौजूदा चैंपियन इटली से होगा, और पूल प्ले का समापन 18 सितंबर को अल्जीरिया के खिलाफ होगा। पूल एफ के सभी मैच क्वेजोन सिटी के स्मार्ट अरनेटा कोलिज़ीयम में खेले जाएंगे।
इटली टूर्नामेंट के पसंदीदा में से एक है और यूक्रेन भी एक उभरती हुई शक्ति है, ऐसे में बेल्जियमवासियों को एलिमिनेशन राउंड के लिए क्वालीफाई करने के लिए दृढ़ता और अनुशासन की आवश्यकता होगी। आठ पूलों में से प्रत्येक की शीर्ष दो टीमें राउंड ऑफ 16 में आगे बढ़ेंगी। यह उनके युवा खिलाड़ियों के लिए दबाव में खेलने और बड़े मंच पर प्रदर्शन करने का एक अनमोल अवसर होगा।
अनुभव और युवा जोश का संगम: टीम की ताकत
बेल्जियम की टीम अनुभवी खिलाड़ियों और उभरते सितारों का एक शानदार मिश्रण है। टीम की कमान अनुभवी आउटसाइड हिटर सैम डीरू के हाथों में है, जिनके पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव का खजाना है। उनकी शांत और संयमित शैली उनके क्रॉस-कोर्ट पार्टनर सेप्पे रॉटी की विस्फोटक ऊर्जा से पूरित होगी।
22 वर्षीय ऑपोसिट फेरे रेगर ने अपनी उम्र से परे परिपक्वता और दक्षता दिखाई है, जो 2023 FIVB रोड टू पेरिस वॉलीबॉल क्वालीफायर और 2024 FIVB चैलेंजर कप में शीर्ष स्कोरर रहे थे। उनसे इस प्रमुख वैश्विक प्रतियोगिता में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद है। 203 सेंटीमीटर के वाउट डी`हीर, अनुभवी 36 वर्षीय पीटर कूलमैन के साथ, नेट डिफेंस को मजबूती देंगे। veteran सेटलर स्टीजन डी`हुलस्ट और उनके अंडरस्टडी सेप्पे वैन होयवेघन की रचनात्मकता बेल्जियम को मनिला में कुछ चौंकाने वाले परिणाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि कोच ज़ानिनी, पियरे पेरिन को आउटसाइड हिटर के रूप में या लिबेरो के रूप में मैदान में उतारते हैं, ताकि रिसेप्शन और फ्लोर डिफेंस को स्थिर किया जा सके।
आगे का रास्ता: मनिला सिर्फ एक पड़ाव
मनिला में परिणाम मायने रखेंगे, लेकिन बेल्जियम का ध्यान दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर केंद्रित है। उच्च दबाव वाले, शीर्ष-स्तरीय मैचों के संपर्क में आना उनकी टीम को अगले साल की VNL और यूरोपीय चैंपियनशिप के लिए तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण है। ये दोनों टूर्नामेंट लॉस एंजिल्स में ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होंगे। बेल्जियम के `रेड ड्रेगन` जानते हैं कि ओलंपिक का रास्ता आसान नहीं होगा, लेकिन उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया है और वे हर कदम पर सीखने और मजबूत होने के लिए तैयार हैं। उनका यह सफर न केवल बेल्जियम वॉलीबॉल के लिए, बल्कि खेल प्रेमियों के लिए भी रोमांचक होने वाला है।