बीच वॉलीबॉल में सुनहरी रेत पर चमकते सितारे: पिंगटुंग एवीसी टूर में ऑस्ट्रेलिया और जापान का जलवा

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बीच वॉलीबॉल के रोमांचक मैदान पर, जहां सूरज की रोशनी और रेत की चमक खिलाड़ियों के जोश को बढ़ाती है, हाल ही में पिंगटुंग, चीनी ताइपे में संपन्न हुए एवीसी बीच टूर ने कुछ टीमों के लिए यादगार सफलता दर्ज कराई। इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया और जापान की टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल छह में से चार पदक अपने नाम किए, और इस सफलता के पीछे FIVB (अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल महासंघ) के `वॉलीबॉल एम्पावरमेंट` कार्यक्रम का अहम योगदान रहा। यह सिर्फ खिलाड़ियों की मेहनत का ही नहीं, बल्कि सही दिशा में दिए गए समर्थन का भी एक चमकदार प्रमाण है।

पुरुष वर्ग में ऑस्ट्रेलियाई वर्चस्व

पुरुष वर्ग में, ऑस्ट्रेलिया का दबदबा इतना स्पष्ट था कि फाइनल में भी दोनों टीमें उन्हीं की थीं। डी`आर्टेगन पॉट्स और जैक पीयर्स की जोड़ी ने बेन हुड और जोशुआ हॉवाट को एक कड़े, लेकिन सीधे मुकाबले में 2-0 (21-19, 21-19) से हराकर स्वर्ण पदक जीता। पॉट्स और पीयर्स ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट नहीं गंवाया, जो उनकी शानदार फॉर्म और निरंतरता का सबूत है। उन्होंने अपनी जीत की लकीर को छह मैचों तक कायम रखा, बिना किसी रुकावट के। सेमीफाइनल में, बेन हुड और जोशुआ हॉवाट ने नॉर्दर्न मारियाना आइलैंड्स के लोगन जॉन मिस्टर और एंड्रयू स्कॉट जॉनसन को 2-0 (21-17, 21-16) से हराया, जबकि पॉट्स और पीयर्स ने जापान के ताकुमी ताकाहाशी और जुम्पेई इकेडा को 2-1 (21-17, 16-21, 15-12) से मात दी। तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में, लोगन जॉन मिस्टर और एंड्रयू स्कॉट जॉनसन ने ताकाहाशी और इकेडा को 2-0 (21-15, 21-15) से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा किया।

महिला वर्ग में ऑस्ट्रेलिया और जापान की चमक

महिला वर्ग में भी ऑस्ट्रेलिया का जलवा बरकरार रहा। जैस्मीन फ्लेमिंग और स्टेफनी फीजेज़ की जोड़ी ने पूरे टूर्नामेंट में पांच सीधे सेटों की जीत के साथ अपनी अजेय यात्रा जारी रखी। उन्होंने फाइनल में थाईलैंड की चरणरुत्वदी पाछरामाइनारुइभॉर्न और वोरानाचयाकोर्न फिराचयक्रेलरट को 2-0 (21-19, 21-15) से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। थाईलैंड की टीम ने फाइनल में हारने से पहले पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ दो सेट गंवाए थे, जो उनकी मजबूती दर्शाता है। सेमीफाइनल में, फ्लेमिंग और फीजेज़ ने जापान की असामी शिबा और रेइका मुराकामी को 2-0 (21-18, 21-11) से हराया। जापान की यह जोड़ी भी सेमीफाइनल तक बिना कोई सेट गंवाए पहुंची थी।

जापान की असामी शिबा और रेइका मुराकामी ने कांस्य पदक जीतकर अपने देश का मान बढ़ाया। यह जीत उनके लिए विशेष थी क्योंकि उन्होंने तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में शीर्ष वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी जॉर्जिया जॉनसन और एलिजाबेथ अलचिन को 2-1 (21-13, 21-17) से हराकर पोडियम पर जगह बनाई।

FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट: सफलता का सूत्रधार

यह कहना गलत नहीं होगा कि इस शानदार सफलता के पीछे FIVB के `वॉलीबॉल एम्पावरमेंट` कार्यक्रम का एक बड़ा हाथ है। इस कार्यक्रम के तहत वॉलीबॉल ऑस्ट्रेलिया के बीच वॉलीबॉल विभाग को राष्ट्रीय टीमों के लिए कोच समर्थन हेतु 378,000 अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान की गई है। वहीं, जापान वॉलीबॉल एसोसिएशन के बीच वॉलीबॉल विभाग को भी 84,000 अमेरिकी डॉलर का महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। इन दोनों देशों की टीमों को अमेरिकी कोच स्टीव एंडरसन ने प्रशिक्षित किया है। जब आपके पास बेहतरीन प्रतिभा और उसे निखारने के लिए पर्याप्त संसाधन हों, तो पोडियम पर जगह बनाना कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सुनियोजित रणनीति का परिणाम होता है। यह एक ऐसा निवेश है जो सीधे मैदान पर पदक के रूप में फल देता है, और पिंगटुंग इसका जीता-जागता उदाहरण है।

टूर्नामेंट एक नज़र में:

  • स्थान: पिंगटुंग, चीनी ताइपे
  • भाग लेने वाले देश: 14 विभिन्न राष्ट्रीय महासंघों से
  • पुरुष टीमें: 24
  • महिला टीमें: 21

भविष्य की संभावनाएं और निष्कर्ष

पिंगटुंग में हुए इस एवीसी टूर ने यह स्पष्ट कर दिया कि बीच वॉलीबॉल में आगे बढ़ने के लिए न केवल व्यक्तिगत कौशल, बल्कि संस्थागत समर्थन भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलिया और जापान की यह सफलता अन्य देशों के लिए एक प्रेरणा है कि सही निवेश और विशेषज्ञ मार्गदर्शन के साथ वे भी वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं। यह दर्शाता है कि लक्षित समर्थन और गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण कैसे एथलीटों को उनके शिखर प्रदर्शन तक पहुंचने में मदद कर सकता है। कुल मिलाकर, यह टूर्नामेंट FIVB के वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम की प्रभावशीलता का एक चमकदार उदाहरण रहा, जहां रणनीति ने प्रतिभा को स्वर्ण में बदल दिया।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।