इटली के बास्केटबॉल जगत में इन दिनों एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हो रहा है। राष्ट्रीय टीमों द्वारा हाल ही में हासिल की गई शानदार सफलताओं ने एक सकारात्मक माहौल बनाया है, और अब सभी की निगाहें पुरुष बास्केटबॉल टीम पर टिकी हैं। टीम के मुख्य कोच जियानमार्को पोझेको अपनी टीम को लेकर बेहद आशावादी हैं, और उनका मानना है कि आगामी यूरोपियन चैंपियनशिप में इटली एक पदक जीतने की प्रबल दावेदार है।
एक टीम से कहीं बढ़कर: पोलोनारा की असाधारण भूमिका
यूरोपियन चैंपियनशिप की तैयारियों के बीच, इटली टीम का दिल और आत्मा, अचिले पोलोनारा, लीकेमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। वैलेंसिया में अपना इलाज करा रहे पोलोनारा, टीम के साथ शारीरिक रूप से भले ही मौजूद न हों, लेकिन कोच पोझेको के अनुसार, वह टीम का एक अभिन्न अंग बने हुए हैं। पोलोनारा सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि टीम के लिए प्रेरणा और विचारों का स्रोत हैं।
कोच पोझेको कहते हैं कि वे हर दिन पोलोनारा से बात करते हैं। पोलोनारा को `सिनर्जी` (वीडियो विश्लेषण और आंकड़ों का एक सॉफ्टवेयर) के माध्यम से टीम को रणनीतिक सहायता देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनकी खेल की गहरी समझ, कोच की रणनीति से उनकी परिचितता और टीम के माहौल का उनका व्यापक अनुभव उन्हें टीम के लिए अमूल्य बनाता है। यह वास्तव में असाधारण है कि एक खिलाड़ी अपने जीवन की सबसे कठिन लड़ाई लड़ते हुए भी अपनी टीम के लिए इतना कुछ कर रहा है। यह सिर्फ खेल नहीं, यह मानव भावना की विजय है।
पोझेको पोलोनारा के अदम्य साहस और भावना की प्रशंसा करते हुए कहते हैं कि अचिले एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो बड़ी भावनाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। वे हमेशा खुद को सीमाओं से परे धकेलते हैं और महत्वपूर्ण मैचों में अदम्य बन जाते हैं। इस बार, यह लड़ाई बास्केटबॉल कोर्ट से कहीं बड़ी है, और पोलोनारा इसमें भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं।
नया “बूस्ट”: डोनटे डिविन्सेंजो का आगमन
इटली की बास्केटबॉल टीम के लिए एक और रोमांचक खबर एनबीए खिलाड़ी डोनटे डिविन्सेंजो के संभावित जुड़ाव की है। उनके इतालवी पासपोर्ट की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है, और कोच पोझेको उन्हें टीम के लिए एक बड़ा “बूस्ट” मानते हैं। डिविन्सेंजो एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जिनकी यूरोपीय बास्केटबॉल के प्रति स्वाभाविक प्रवृत्ति है। पोझेको को विश्वास है कि वह टीम के खेल शैली में आसानी से घुलमिल जाएंगे और टीम की आक्रमण और रक्षात्मक क्षमताओं में एक नई धार जोड़ेंगे। उनका आगमन इटली की पदक की महत्वाकांक्षाओं को और मजबूत करेगा।
पोझेको का विजन: एकजुटता और विश्वास पर आधारित टीम
पोझेको अपनी टीम के लिए एक स्पष्ट और एकजुट खेल शैली चाहते हैं। उनकी फिलॉसफी बहुत सरल है: गेंद पास करें, रक्षा में एक-दूसरे का समर्थन करें, और एक ऐसा समूह बनाएं जहाँ हर कोई केवल सहन न किया जाए, बल्कि वास्तव में प्यार किया जाए। वह अपने खिलाड़ियों पर अटूट विश्वास रखते हैं, खासकर तब जब वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होते। उनका मानना है कि यही वह समय है जब खिलाड़ियों को सबसे अधिक विश्वास और सम्मान की आवश्यकता होती है। यह एक ऐसी टीम भावना है जो मैदान के बाहर भी खिलाड़ियों को एक-दूसरे के साथ खड़ा रहने के लिए प्रेरित करती है।
पिछले ओलंपिक क्वालीफायर्स से मिले सबक को आत्मसात करते हुए, कोच टीम में 2022 यूरोपियन चैंपियनशिप और 2023 विश्व कप की `कमाल की भावना` को फिर से जगाना चाहते हैं। निक मेल्ली और सिमोन फोंटेचियो जैसे अनुभवी खिलाड़ी इस भावनात्मक पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
युवा प्रतिभा और भविष्य की रणनीति
पोझेको ने निकोलस मैनियन जैसे युवा खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने के अपने फैसलों को भी स्पष्ट किया। उनका कहना है कि राष्ट्रीय टीम में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन करने के बजाय, वे एक मजबूत पहचान वाली टीम बनाना चाहते हैं, भले ही कभी-कभी इसके लिए प्रतिभा से समझौता करना पड़े। यह एक नकारात्मक निर्णय नहीं, बल्कि टीम की तत्कालीन आवश्यकताओं और कोच के विचारों के अनुरूप एक रणनीतिक चुनाव है। उन्होंने गैलिनारी को टीम में शामिल करने की योग्यता पर भी जोर दिया।
इटली की महिला बास्केटबॉल टीम द्वारा हाल ही में जीते गए कांस्य पदक की सफलता भी प्रेरणा का स्रोत है। कोच कैपोबियांको के नेतृत्व में महिला टीम ने जो एकजुटता और शानदार खेल दिखाया, वह पुरुष टीम के लिए भी एक आदर्श है।
संक्षेप में, इटली की पुरुष बास्केटबॉल टीम एक नए युग की शुरुआत कर रही है, जहाँ दृढ़ संकल्प, भावनात्मक समर्थन और रणनीतिक दूरदर्शिता मिलकर उन्हें यूरोपियन चैंपियनशिप में पदक के करीब ले जा रही है। पोलोनारा का संघर्ष, डिविन्सेंजो का संभावित आगमन और पोझेको का अटूट विश्वास, ये सभी मिलकर एक ऐसी टीम बना रहे हैं जो न केवल खेल के मैदान पर, बल्कि जीवन के बड़े मंच पर भी अपनी छाप छोड़ने को तैयार है।