अप्रत्याशित वापसी: निक किर्गियोस 2026 ऑस्ट्रेलियन ओपन में ‘एक और अलविदा’ कहने को तैयार

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टेनिस जगत के सबसे रंगीन और अप्रत्याशित खिलाड़ियों में से एक, **निक किर्गियोस**, ने एक बार फिर अपने प्रशंसकों और आलोचकों को चौंका दिया है। चोटों से जूझते और कोर्ट से दूर रहने वाले इस ऑस्ट्रेलियाई सितारे ने घोषणा की है कि वह **2026 के ऑस्ट्रेलियन ओपन** में वापसी करेंगे। जी हाँ, आपने सही पढ़ा, 2026! यह खबर उस समय आई है जब उनके करियर को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं।

एक हालिया पॉडकास्ट `अनस्क्रिप्टेड` में बातचीत के दौरान, किर्गियोस ने अपनी वापसी की योजना का खुलासा किया। उन्होंने कहा, “हाँ, शायद मैं किसी न किसी तरह ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलूँगा। मुझे अभी यकीन नहीं है कि मैं किन टूर्नामेंटों में खेलूँगा, लेकिन मैं निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलियन ओपन में कम से कम एक बार फिर अलविदा [टेनिस को] कहूँगा।” यह बयान अपने आप में किर्गियोस की शैली का प्रतीक है – रहस्यमय, थोड़ा नाटकीय, और ढेर सारी उम्मीदों से भरा हुआ।

पिछले कुछ सीज़न से यह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कलाई और घुटने की गंभीर **चोटों** से जूझ रहे हैं। उनकी उपस्थिति कोर्ट पर बहुत कम रही है, मौजूदा सीज़न में तो उन्होंने केवल चार टूर्नामेंट में ही भाग लिया है। ऐसे में 2026 के लिए सीधा वापसी का ऐलान करना, भले ही वह एक “अलविदा” मैच के लिए ही क्यों न हो, उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और खेल के प्रति उनके अटूट प्रेम को दर्शाता है।

“एक और अलविदा” कहने का यह चलन निक किर्गियोस के लिए नया नहीं है। उनके प्रशंसक जानते हैं कि जब निक `ब्रेक` लेते हैं या `संन्यास` की बात करते हैं, तो यह अक्सर एक नए अध्याय की शुरुआत होती है। क्या यह वास्तव में उनका अंतिम मैच होगा? या यह एक और भावनात्मक वापसी होगी जिसके बाद वे फिर अपने तरीके से खेल से दूर हो जाएँगे? यह तो समय ही बताएगा। लेकिन एक बात निश्चित है, मेलबर्न पार्क में उनके आगमन से टेनिस प्रेमियों में उत्साह की लहर दौड़ जाएगी।

निक किर्गियोस, जिन्होंने **2022 विंबलडन के फाइनल** तक का सफर तय किया था, अपनी विस्फोटक सर्विस, असाधारण प्रतिभा और कोर्ट पर अपने बेबाक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने खेल को मनोरंजन का एक नया आयाम दिया है, भले ही उनके व्यवहार को लेकर अक्सर बहस छिड़ती रही हो। जब वह अपने रंग में होते हैं, तो उन्हें हराना किसी भी खिलाड़ी के लिए चुनौती बन जाता है। उनकी उपस्थिति मात्र से स्टेडियम का माहौल बदल जाता है।

**ऑस्ट्रेलियन ओपन** उनके लिए हमेशा से एक विशेष टूर्नामेंट रहा है। यह उनका गृह ग्रैंड स्लैम है, जहाँ उन्हें हमेशा अपने देशवासियों का ज़बरदस्त समर्थन मिलता है। यहाँ उन्होंने कुछ यादगार प्रदर्शन किए हैं और कुछ सबसे बड़े नामचीन खिलाड़ियों को परेशान भी किया है। अपने करियर के संभवतः अंतिम पड़ाव पर, अपने गृह मैदान पर एक बार फिर रैकेट उठाना उनके लिए भावनात्मक रूप से बहुत महत्वपूर्ण होगा।

हालांकि अभी 2026 में काफी समय है, लेकिन किर्गियोस की यह घोषणा हमें उम्मीद देती है कि हम एक बार फिर इस प्रतिभा को कोर्ट पर जलवा बिखेरते देखेंगे। क्या वह पूरी तरह से फिट होकर वापसी कर पाएंगे? क्या उनका `एक और अलविदा` एक विजयी विदाई में बदल पाएगा? इन सभी सवालों के जवाब भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन एक बात तो तय है – जब निक किर्गियोस कोर्ट पर कदम रखेंगे, तो देखने लायक होगा।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।