अफ्रीका के रेतीले तटों पर, एक नई पीढ़ी के खेल सितारों के सपने पनप रहे हैं। ये सपने अब सिर्फ कल्पना नहीं, बल्कि हकीकत बनने की राह पर हैं। साल 2025 में, गाम्बिया का खूबसूरत शहर बंजुल, एक ऐसे ही सपने को साकार करने के लिए तैयार है – CAVB U18 बीच वॉलीबॉल चैंपियनशिप की मेजबानी करके। यह सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि अफ्रीका में बीच वॉलीबॉल के भविष्य का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
चैंपियनशिप: युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर
4 से 6 सितंबर 2025 तक होने वाली यह चैंपियनशिप, 2026 के युवा ओलंपिक खेलों की तैयारी का एक अहम हिस्सा है। ओलंपिक सॉलिडेरिटी और FIVB के संयुक्त प्रयासों से आयोजित यह प्रतियोगिता, `युवा एथलीट विकास कार्यक्रम` का एक अभिन्न अंग है। इसका लक्ष्य सिर्फ उच्च-स्तरीय प्रतिस्पर्धा प्रदान करना नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के दीर्घकालिक विकास में निरंतर निवेश करना है। कल्पना कीजिए, ये युवा एथलीट, धूप और रेत के बीच अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए, न केवल महाद्वीपीय चैंपियन बनने का ख्वाब देखेंगे, बल्कि यह भी जानेंगे कि उनके पीछे खेल के बड़े दिग्गजों का अटूट समर्थन है।
`वॉलीबॉल सशक्तिकरण`: सपनों को पंख देता कार्यक्रम
FIVB की `वॉलीबॉल सशक्तिकरण` पहल इस पूरे महाद्वीप में राष्ट्रीय टीमों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय फेडरेशनों को लक्षित कोचिंग, तकनीकी सहायता और संसाधन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बंजुल में प्रतिस्पर्धा करने वाली कई टीमें सीधे इस समर्थन का लाभ उठा रही हैं, जबकि अन्य टीमें भी इस प्रक्रिया में शामिल हो रही हैं। उदाहरण के लिए:
- मोरक्को की लड़कियों की टीम पिछले छह महीनों से एजियो गोइया के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रही है, जो मोरक्को की सभी बीच वॉलीबॉल राष्ट्रीय टीमों के प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार हैं।
- सेनेगल ने 12 महीने का कोचिंग चरण पूरा किया है।
- मेजबान गाम्बिया ने खुद 12 महीने के युवा बीच वॉलीबॉल कार्यक्रम के लिए मंजूरी हासिल की है।
- केप वर्डे में मार्शियो अरौजो के साथ एक साल का कोचिंग प्रोजेक्ट चल रहा है, जिसमें पुरुष और महिला दोनों बीच वॉलीबॉल टीमें शामिल हैं।
- लड़कों की प्रतियोगिता में, कोटे डी आइवर कोच मिरको कुलिस के तहत वॉलीबॉल और बीच वॉलीबॉल दोनों में 12 महीने के प्रोजेक्ट के साथ आगे बढ़ रहा है, और घाना भी एक बीच वॉलीबॉल कार्यक्रम की शुरुआत का इंतजार कर रहा है।
यह सब दिखाता है कि सिर्फ रेत पर उछल-कूद नहीं, बल्कि एक सुनियोजित रणनीति के तहत प्रतिभाओं को तराशा जा रहा है।
गाम्बिया: अफ्रीकी बीच वॉलीबॉल का उभरता केंद्र
गाम्बिया के लिए, U18 चैंपियनशिप की मेजबानी करना एक महत्वपूर्ण अवसर है। विकास परियोजना के लिए अनुमोदित देशों में से एक के रूप में, इस आयोजन का मंचन क्षेत्र में युवा बीच वॉलीबॉल के लिए एक केंद्र के रूप में अपनी महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। यह एक स्पष्ट संदेश है: गाम्बिया सिर्फ खेल का मैदान नहीं, बल्कि अफ्रीकी बीच वॉलीबॉल की नर्सरी बनने को तैयार है।
सर्वांगीण विकास: खिलाड़ियों के साथ-साथ निर्णायक भी
सिर्फ खिलाड़ियों का विकास ही नहीं, बल्कि खेल को सुचारू रूप से चलाने वाले निर्णायक भी पीछे नहीं हैं। चैंपियनशिप से पहले, FIVB ने वॉलीबॉल सशक्तिकरण कार्यक्रम के माध्यम से 6,000 अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ गाम्बिया में CAVB अंतर्राष्ट्रीय रेफरी उम्मीदवार पाठ्यक्रम (IRCC) के आयोजन में सहायता की। 1 सितंबर को आयोजित इस पाठ्यक्रम का नेतृत्व ब्राजील के रेफरी विशेषज्ञ श्री एज़लिर मार्टिंस ने किया। इसमें 20 विभिन्न राष्ट्रीय फेडरेशनों से 22 उम्मीदवारों और 7 अतिरिक्त पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। खेल के हर पहलू को मजबूत करने का यह एक बेहतरीन उदाहरण है।
भविष्य की ओर एक कदम: ओलंपिक सपनों की उड़ान
CAVB U18 बीच वॉलीबॉल चैंपियनशिप न केवल महाद्वीपीय चैंपियनों का निर्धारण करेगी, बल्कि राष्ट्रीय फेडरेशनों, CAVB, FIVB और IOC के ओलंपिक सॉलिडेरिटी कार्यक्रम के बीच सहयोग के माध्यम से हो रही व्यापक प्रगति को भी उजागर करेगी। बंजुल में प्रतिस्पर्धा करने वाले कई युवा एथलीटों के लिए, यह आयोजन भविष्य की महाद्वीपीय, विश्व और ओलंपिक प्रतियोगिताओं की यात्रा की शुरुआत करेगा। कौन जानता है, शायद यहीं से भविष्य के ओलंपिक पदक विजेता अपनी पहली छाप छोड़ेंगे, और दुनिया को दिखाएंगे कि अफ्रीकी प्रतिभाएं किसी से कम नहीं। यह सिर्फ एक खेल नहीं, यह एक आंदोलन है, जो सपनों को पंख दे रहा है और अफ्रीका के खेल परिदृश्य में एक नया रंग भर रहा है।