आस्जा ज़ोलोटा: 16 साल की सनसनी जो क्रोएशियाई वॉलीबॉल को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है

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क्रोएशियाई वॉलीबॉल के क्षितिज पर एक नया और बेहद प्रतिभाशाली सितारा तेज़ी से चमक रहा है। बात हो रही है सिर्फ़ 16 साल की आस्जा ज़ोलोटा की, जिन्होंने इस साल की विश्व चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन से हर किसी को चौंका दिया है। इस युवा खिलाड़ी ने अपनी टीम क्रोएशिया के लिए एक ऐसे मजबूत स्तंभ के तौर पर पहचान बनाई है, जिसके बिना टीम की सफलता की कल्पना करना मुश्किल है। उनके शानदार खेल की बदौलत, क्रोएशियाई टीम उन शुरुआती टीमों में से एक रही जो ग्रुप ए से राउंड ऑफ 16 के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब रहीं।

दमदार प्रदर्शन और खेल का तरीका

आस्जा ज़ोलोटा की सबसे बड़ी खूबी उनकी अविश्वसनीय शक्ति और कोर्ट पर शानदार कूद है। शायद 184 सेंटीमीटर की ऊंचाई को कुछ लोग वॉलीबॉल के लिहाज़ से कम मानें, लेकिन आस्जा ने साबित किया है कि जुनून और तकनीक से इस कमी को पूरा किया जा सकता है। चाहे वह नेट के पास से स्पाइक कर रही हों या बैक रो से, ऑपोज़िट हिटर की भूमिका निभा रही आस्जा टूर्नामेंट में अब तक पूरी तरह से अजेय रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि क्रोएशिया ने अब तक जितने भी मैच खेले हैं, उन सभी में आस्जा ने सबसे ज़्यादा अंक हासिल किए हैं। जर्मनी के खिलाफ 3-2 की करीबी जीत में 22 अंक, मेक्सिको के खिलाफ 3-1 की जीत में 24 अंक, कनाडा के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में 23 अंक और मिस्र के खिलाफ सीधे सेटों में जीत में 16 अंक – ये आंकड़े उनकी लगातार और प्रभावशाली स्कोरिंग क्षमता को दर्शाते हैं। कुल 85 अंकों के साथ, वह न केवल टूर्नामेंट की अब तक की टॉप स्कोरर हैं, बल्कि सर्वश्रेष्ठ अटैकर भी हैं।

भूमिका में बदलाव और टीम की जिम्मेदारी

आस्जा ने बताया कि दो साल पहले तक वह आउटसाइड हिटर थीं, लेकिन फिर उन्होंने ऑपोज़िट हिटर की भूमिका अपना ली। राष्ट्रीय टीम के लिए उन्होंने पहली बार यह भूमिका अंडर-17 विश्व चैंपियनशिप में निभाई थी, और अब उन्हें इसकी आदत हो गई है। वह इस बात से पूरी तरह वाकिफ हैं कि आक्रमण के समय टीम उनसे समाधान की उम्मीद करती है, और उन्हें यह जानकर अच्छा लगता है कि वह यह भूमिका निभा पा रही हैं। आस्जा के मुताबिक, उन्हें ऑपोज़िट हिटर के तौर पर खेल का ज़्यादा आनंद आता है, क्योंकि इसमें पासिंग और आउटसाइड हिटर के कई अन्य किरदारों के बजाय गेंद को स्पाइक करने पर ज़्यादा ध्यान होता है। थोड़ी सी इरोनी यहाँ ज़रूर है कि सिर्फ़ “स्पाइक करने” को उन्होंने “आसान” बताया, जबकि उनकी दमदार स्पाइक्स ही उन्हें दुनिया की सबसे अच्छी युवा खिलाड़ियों में से एक बनाती हैं!

पिता का साथ: पहले कोच से लेकर सबसे बड़े प्रशंसक तक

आस्जा के वॉलीबॉल सफर की शुरुआत उनके पिता, एबेल ज़ोलोटा की वजह से हुई, जो खुद एक पूर्व पेशेवर वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं। आस्जा बड़ी सहजता से बताती हैं कि उनके पिता का पेशेवर करियर शायद इसलिए खत्म हुआ, ताकि उनका करियर शुरू हो सके। एबेल ने 5 साल की उम्र में ही आस्जा को वॉलीबॉल से मिलवाया और उन्हें खेल के सभी बुनियादी कौशल सिखाए। आज, वह उनके सिर्फ़ पिता नहीं हैं, बल्कि गुरु, मार्गदर्शक और सबसे बड़े प्रशंसक भी हैं। आस्जा मुस्कुराते हुए बताती हैं कि उनके पिता ढोल के साथ उनके मैच देखने आते हैं और स्टेडियम में प्रशंसकों के बीच सबसे ज़्यादा शोर मचाते हैं! उनका यह अटूट समर्थन आस्जा को कोर्ट पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। एबेल का अपने करियर को परिवार के लिए छोड़ देना और फिर बेटी के सपनों को पंख देना, वाकई एक प्रेरणादायक कहानी है।

कोचिंग का सफर और स्वतंत्रता की सीख

कम उम्र में ही आस्जा ने अपने विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। 14 साल की उम्र में वह क्रोएशिया से स्लोवेनिया चली गईं और OK Ankaran क्लब में शामिल हो गईं। यहां उनकी मुलाकात कोच इविका राडोकाज से हुई, जिनके साथ उन्होंने पहले क्रोएशिया की अंडर-17 राष्ट्रीय टीम में काम किया था। आस्जा स्वीकार करती हैं कि शुरुआत में उन्हें कोच राडोकाज बहुत सख्त लगे थे, लेकिन पिछले दो सीज़न में उनके साथ काम करके उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है। स्लोवेनिया में अकेले रहने और खेलने से उन्होंने न केवल एक खिलाड़ी के तौर पर, बल्कि एक इंसान के तौर पर भी खुद को निखारा है और आत्मनिर्भर बनना सीखा है। वर्तमान में, वह कोच स्वेतलाना इलिक के मार्गदर्शन में खेल रही हैं। आस्जा का मानना है कि इलिक के विस्तार पर ध्यान देने और विरोधियों के बारे में गहरी जानकारी प्रदान करने के तरीके से टीम की तैयारी बहुत अच्छी होती है। कनाडा के खिलाफ रोमांचक मुकाबले के बाद टीम के सभी खिलाड़ियों का पहली बार एक साथ रोना यह दर्शाता है कि वे कितने भावुक होकर और अपना सब कुछ देकर खेल रहे हैं।

भविष्य की ओर: सपने और लक्ष्य

विश्व चैंपियनशिप में, आस्जा सेमीफाइनल तक पहुंचने को लेकर आशावादी हैं और उन्हें घरेलू प्रशंसकों के समर्थन पर पूरा भरोसा है। वह मानती हैं कि अगर पूरी टीम एकजुट होकर विश्वास के साथ खेले तो यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। ब्राज़ीलियाई स्टार गैब्रिएला गुइमारेस आस्जा की आदर्श हैं, जिनकी खेल शैली से वह प्रेरणा लेती हैं। आस्जा भविष्य में क्रोएशिया की सीनियर टीम का प्रतिनिधित्व करने की उम्मीद रखती हैं, लेकिन वह युवा स्तर पर धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहती हैं। इसी क्रम में, वह इस साल होने वाली FIVB वॉलीबॉल महिला U21 विश्व चैंपियनशिप में भी क्रोएशियाई टीम का हिस्सा होंगी। क्लब स्तर पर, आस्जा का सबसे बड़ा सपना इटली के दिग्गज क्लब एंटोनियो कैरारो इमोको कोनेग्लियानो के लिए खेलना है। उनकी मां आधी क्रोएशियाई और आधी इतालवी हैं, शायद इसलिए इटली की सेरी ए1 लीग में खेलना उनके लिए एक स्वाभाविक कदम होगा, भले ही वह इमोको के लिए न खेलें।

कुल मिलाकर, आस्जा ज़ोलोटा न केवल असाधारण प्रतिभा रखती हैं, बल्कि उनमें एक अनुभवी खिलाड़ी जैसा धैर्य और लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्प भी है। उनकी कहानी खेल के प्रति समर्पण, परिवार के सहयोग और सही मार्गदर्शन का एक जीता जागता उदाहरण है। क्रोएशियाई वॉलीबॉल के लिए, आस्जा ज़ोलोटा निश्चित रूप से भविष्य की एक उज्ज्वल किरण हैं, जो देश को वॉलीबॉल के वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाने का माद्दा रखती हैं।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।