43 साल बाद वैश्विक मंच पर चिली वॉलीबॉल की गर्जना: एक पुनर्जागरण की कहानी

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FIVB विश्व चैंपियनशिप में चिली की अद्भुत वापसी: 43 साल का इंतज़ार खत्म

वॉलीबॉल की दुनिया में, कुछ कहानियाँ दशकों के मौन के बाद उठती हैं, धूल झाड़ती हैं और फिर से चमकने के लिए तैयार होती हैं। ऐसी ही एक असाधारण कहानी चिली के पुरुष वॉलीबॉल की है, जो 43 लंबे सालों के बाद आखिरकार FIVB पुरुष विश्व चैंपियनशिप के वैश्विक मंच पर अपनी वापसी कर रहा है। सितंबर 12 से 28 तक फिलीपींस की राजधानी मनीला में होने वाला यह आयोजन चिली के लिए सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक नए अध्याय की शुरुआत है, जहाँ महत्वाकांक्षा, दृढ़ संकल्प और सुनियोजित निवेश का संगम देखने को मिल रहा है।

एक लंबा इंतज़ार, एक नई उम्मीद

चिली ने आखिरी बार 1982 में FIVB पुरुष विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था, जहाँ वे 24 टीमों में से 23वें स्थान पर रहे थे। चार दशकों से अधिक का यह अंतराल किसी भी खेल टीम के लिए एक लंबी निष्क्रियता का प्रतीक है। लेकिन अब, FIVB विश्व रैंकिंग में 29वें स्थान पर काबिज चिली ने 14वीं सबसे ऊंची रैंक वाली गैर-योग्य टीम के रूप में अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया है, जो उनकी वापसी को न केवल प्रतीकात्मक, बल्कि दृढ़ता और प्रगति का प्रमाण बनाता है। यह वापसी एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ हो रही है: भविष्य के लिए एक प्रतिस्पर्धी टीम का निर्माण करना और महाद्वीपीय सफलताओं को वैश्विक स्तर पर सार्थक प्रदर्शन में बदलना।

पुनरुत्थान का सूत्रधार: FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट प्रोग्राम

चिली की इस प्रगति के केंद्र में FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट प्रोग्राम रहा है। 2020 से, FIVB ने देश की युवा प्रणाली के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए, कोच सहायता परियोजना में 231,000 स्विस फ़्रैंक का निवेश किया है। इस सहायता ने युवा टीम के कोचों, इप्पोलिटो मार्सेलो निकोलस और डेल कैंपो गुज़मैन अलवारो को सशक्त बनाया है, जो अब विश्व चैंपियनशिप में राष्ट्रीय टीम के सहायक कोच के रूप में भी सेवा दे रहे हैं। यहाँ थोड़ा विडंबनापूर्ण ढंग से कहें तो, एक छोटे से `पॉकेट मनी` ने एक पूरे राष्ट्र के वॉलीबॉल सपनों को फिर से जगाया है। इस निवेश ने चिली को फिर से खड़े होने और विश्व मंच पर अपनी पहचान बनाने का अवसर दिया है।

महाद्वीपीय सफलताएँ: वैश्विक महत्वाकांक्षा की सीढ़ियाँ

इस कार्यक्रम के तहत, युवा खिलाड़ियों और कोचों को तैयार किया गया, और इसका परिणाम मैदान पर साफ दिखने लगा। चिली ने लगातार महाद्वीपीय मंचों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है:

  • 2019 और 2023 में दक्षिण अमेरिकी चैंपियनशिप में **लगातार कांस्य पदक**।
  • 2022 के दक्षिण अमेरिकी खेलों में **स्वर्ण पदक**।
  • 2023 पैन-अमेरिकन कप में **कांस्य पदक**।
  • 2023 FIVB चैलेंजर कप के **सेमीफाइनल** तक पहुँच।

ये परिणाम केवल पदक नहीं, बल्कि उस नींव के पत्थर हैं, जिन पर चिली अपनी वैश्विक महत्वाकांक्षाओं की इमारत खड़ी कर रहा है। इन सफलताओं ने यह साबित कर दिया है कि चिली अब केवल `भागीदार` नहीं, बल्कि `प्रतियोगी` बन गया है, जो अपने विरोधियों को कड़ी चुनौती देने की क्षमता रखता है।

एक बड़ी चुनौती, एक बड़ा अवसर

मनीला में, चिली को पूल ई में यूरोप के कुछ दिग्गजों – स्लोवेनिया, जर्मनी और बुल्गारिया – का सामना करना है, जो सभी FIVB रैंकिंग में उनसे कहीं ऊपर हैं। चिली अपना अभियान 13 सितंबर को पूल ई के शीर्ष वरीयता प्राप्त स्लोवेनिया के खिलाफ शुरू करेगा, 15 सितंबर को जर्मनी से भिड़ेगा और 17 सितंबर को बुल्गारिया के खिलाफ पूल चरण का समापन करेगा। यह लड़ाई किसी डेविड बनाम गोलियत से कम नहीं होगी, लेकिन चिली के खिलाड़ी इसे सीखने, अपनी प्रगति मापने और वैश्विक मंच पर अपनी क्षमता साबित करने के अवसर के रूप में देख रहे हैं। यह उनके लिए `अग्नि परीक्षा` है, जहाँ वे अपनी दृढ़ता और रणनीति का प्रदर्शन करेंगे।

चिली के कप्तान दुआन बोनाचिक टीम के साथियों के साथ एक अंक का जश्न मनाते हुए।
चिली के कप्तान दुआन बोनाचिक (केंद्र) 2025 पैन अमेरिकन कप के दौरान अपने टीममेट्स के साथ एक अंक का जश्न मनाते हुए।

चिली के नायक: वर्तमान और भविष्य

मनीला में चिली का नेतृत्व कप्तान और आउटसाइड हिटर दुआन बोनाचिक करेंगे, जो एक विश्वसनीय ऑलराउंडर और आक्रमण व रिसेप्शन में एक प्रमुख खिलाड़ी हैं। उनके साथी आउटसाइड हिटर विसेंटे पारराग्विरे अपनी आक्रामक खेल शैली और स्मार्ट निर्णय लेने की क्षमता के कारण आक्रमण में एक और महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। विसेंटे के बड़े भाई, अनुभवी ऑपोजिट टॉमस पारराग्विरे, कोर्ट पर मारक क्षमता और नेतृत्व लाते हैं।

चिली की रक्षा की धुरी ऊंचे कद के मिडिल ब्लॉकर टॉमस गागो मुर्ताघ और गैब्रियल अराया होंगे, जबकि लिबेरो जेमे ब्रावो और सेबेस्टियन कैस्टिलो पिछली पंक्ति की कमान संभालेंगे। सेटर सेबेस्टियन अल्बर्नोज़ और एस्टेबान विल्लारियल सोल्ताऊ को मनीला में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा, क्योंकि चिली पूल ई में लगातार वॉलीबॉल नेशंस लीग (VNL) की टीमों से मुकाबला करेगा।

चिली अपनी भविष्य की पीढ़ी को भी उच्च-स्तरीय वॉलीबॉल से अवगत कराने की उम्मीद कर रहा है, जिसका नेतृत्व ऑपोजिट विसेंटे इबारा और आउटसाइड हिटर काज बोनाचिकमातियास जादुए कर रहे हैं। यह विश्व चैंपियनशिप केवल वर्तमान टीम के लिए ही नहीं, बल्कि चिली के वॉलीबॉल के भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच है।

एक नई सुबह की ओर

विश्व चैंपियनशिप में चिली की वापसी ने पूरे देश में वॉलीबॉल के प्रति जुनून को फिर से जगा दिया है। चिली के लिए, 2025 का संस्करण सिर्फ एक टूर्नामेंट से कहीं बढ़कर है – यह भविष्य की नींव रखने के बारे में है। बढ़े हुए निवेश, FIVB के समर्थन और युवा प्रतिभाओं के बढ़ते पूल के साथ, देश में यह खेल परिवर्तन के दौर में प्रवेश कर रहा है। चाहे वे एलिमिनेशन राउंड में पहुँचें या न पहुँचें, उनकी कहानी पहले ही प्रगति, लचीलेपन और आशा की एक मिसाल बन चुकी है। यह चिली वॉलीबॉल के लिए एक नए युग की शुरुआत है, जहाँ वैश्विक मंच पर उनकी गर्जना अब केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक हकीकत है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।