फिलीपींस में आयोजित 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप का दूसरा दिन किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं था। रोमांच, जुनून, अप्रत्याशित जीत और विश्व स्तरीय प्रदर्शनों ने दर्शकों को पलकें झपकने का मौका नहीं दिया। दो प्रमुख स्थानों – पासे सिटी के एसएम मॉल ऑफ एशिया एरिना और क्यूज़ोन सिटी के स्मार्ट अरानेटा कोलिज़ीयम – पर खेले गए आठ मैचों ने वॉलीबॉल प्रेमियों को अगले कुछ दिनों के लिए भरपूर मसाला दे दिया है।
अंडरडॉग्स का जलवा: पुर्तगाल और तुर्की ने चौंकाया
इस चैंपियनशिप के दूसरे दिन की सबसे बड़ी सुर्खियां उन टीमों ने बटोरीं, जिनसे शायद ही किसी को इतनी उम्मीद थी। यह वो दिन था जब “असंभव” जैसे शब्द को वॉलीबॉल कोर्ट से बाहर कर दिया गया।
पुर्तगाल की 23 साल बाद ऐतिहासिक जीत
वॉलीबॉल की दुनिया में पुर्तगाल का नाम आमतौर पर बड़े दिग्गजों की सूची में नहीं आता। लेकिन इस बार उन्होंने ऐसा कर दिखाया, जिसकी उम्मीद न के बराबर थी। क्यूबा के खिलाफ अपने शुरुआती मैच में पुर्तगाल ने सबको हैरान करते हुए 3-1 से शानदार जीत दर्ज की। यह केवल एक जीत नहीं थी, बल्कि लगभग 23 वर्षों के बाद विश्व चैंपियनशिप में उनकी पहली जीत थी! 22 वर्षीय आउटसाइड हिटर नूनो मार्केस ने 19 अंकों के साथ टीम को जीत दिलाई। विश्व रैंकिंग में 29वें स्थान पर काबिज़ टीम ने 10वें स्थान पर मौजूद क्यूबा को हराकर साबित कर दिया कि खेल में संख्याएं अक्सर भ्रमित करती हैं।
तुर्की ने जापान को दी शिकस्त: 21 रैंकिंग अंक का घाटा!
एक और चौंकाने वाला परिणाम क्यूज़ोन सिटी से आया, जहाँ तुर्की ने जापान को सीधे तीन सेटों में हराकर स्तब्ध कर दिया। विश्व रैंकिंग में 16वें स्थान पर मौजूद तुर्की ने पांचवें स्थान पर काबिज़ जापान को 3-0 (25-19, 25-23, 25-19) से रौंदा। यह 2016 के बाद जापान पर तुर्की की पहली जीत थी। जापान के लिए यह सिर्फ एक हार नहीं, बल्कि FIVB विश्व रैंकिंग में सीधे 21 अंकों का घाटा था – मानो किसी ने उनके मुकुट से एक हीरा छीन लिया हो! यह तुर्की की टीम के लिए एक शानदार शुरुआत थी, और जापान के लिए एक कड़वी वास्तविकता।
दिग्गजों का दबदबा: पोलैंड और यूएसए की आसान जीतें (फिर भी रोमांच भरपूर)
जहां कुछ टीमों ने सबको चौंकाया, वहीं कुछ ऐसे भी थे, जिन्होंने अपने `पसंदीदा` टैग को बखूबी निभाया। विश्व रैंकिंग के शीर्ष पर काबिज़ पोलैंड, यूएसए, स्लोवेनिया और नीदरलैंड्स ने अपने-अपने शुरुआती मैच आसानी से जीते, लेकिन उनमें भी रोमांच की कमी नहीं थी।
- पोलैंड: विश्व रैंकिंग में नंबर 1 पर काबिज़ पोलैंड ने रोमानिया के खिलाफ धीमी शुरुआत की। पहला सेट बेहद रोमांचक रहा, जो 34-32 पर खत्म हुआ। लेकिन उसके बाद पोलैंड ने अपनी लय पकड़ी और 3-0 (34-32, 25-15, 25-19) से मैच अपने नाम किया। तीन बार के विश्व चैंपियन के लिए यह अपने चौथे खिताब की ओर पहला कदम था।
- यूएसए: वॉलीबॉल नेशंस लीग से बाहर रहने के बाद वापसी कर रहे कप्तान माइक क्रिस्ट्रेंसन की अगुवाई में यूएसए ने कोलंबिया को 3-0 (25-20, 25-21, 25-14) से हराया।
- स्लोवेनिया: विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज़ स्लोवेनिया ने चिली को सीधे सेटों में 3-0 (25-19, 25-20, 25-16) से हराकर अपनी मज़बूत दावेदारी पेश की।
- नीदरलैंड्स: नीदरलैंड्स ने कतर को 3-1 (25-18, 25-23, 26-28, 25-23) से हराया। कतर ने भले ही एक सेट जीता हो, लेकिन नीदरलैंड्स ने अपनी सर्विस लाइन से दबदबा बनाए रखा।
कुछ ऐसे मैच, जो याद रखे जाएंगे: रिकॉर्ड तोड़ सेट और कड़े संघर्ष
कुछ मैच सिर्फ जीत-हार तक सीमित नहीं होते, वे इतिहास रचते हैं और खेल की भावना को दर्शाते हैं। दूसरे दिन कुछ ऐसे ही पल देखने को मिले।
बुल्गारिया का 40-38 का ऐतिहासिक सेट
बुल्गारिया और जर्मनी के बीच पूल ई का मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि धैर्य और दृढ़ता की मिसाल था। बुल्गारिया ने जर्मनी के खिलाफ सीधा सेटों में जीत दर्ज की, लेकिन पहला सेट तो रिकॉर्ड बुक्स में दर्ज हो गया। कई सेट पॉइंट गंवाने के बाद बुल्गारिया ने आखिरकार 40-38 से पहला सेट जीता। यह विश्व चैंपियनशिप इतिहास का सबसे अधिक स्कोर वाला सेट था! निकोलोव बंधुओं ने बुल्गारिया को यह जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
कनाडा का संघर्ष और लीबिया की वापसी
टोक्यो ओलंपिक के चार साल बाद कनाडाई टीम में वापसी कर रहे शार्न वेर्नन-इवांस ने लीबिया के खिलाफ अहम भूमिका निभाई। 45 साल बाद विश्व चैंपियनशिप में वापसी कर रही लीबिया ने कनाडा को पहले सेट में चौंका दिया, लेकिन कनाडा ने वापसी करते हुए 3-1 (22-25, 25-20, 25-12, 29-27) से जीत दर्ज की। लीबिया ने भले ही मैच गंवा दिया हो, लेकिन एक सेट जीतकर उन्होंने अपनी वापसी को यादगार बना दिया।
यह चैंपियनशिप का दूसरा दिन था और ऐसा लग रहा है मानो यह सिर्फ एक ट्रेलर था। जिस तरह से कम रैंकिंग वाली टीमें बड़े दिग्गजों को चुनौती दे रही हैं और शीर्ष टीमें भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो रही हैं, यह संकेत है कि आने वाले दिन और भी धमाकेदार होने वाले हैं। वॉलीबॉल के इस महाकुंभ में हर शॉट एक कहानी, हर सेट एक युद्ध और हर मैच एक यादगार गाथा बन रहा है।
आगे क्या?
2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप अभी तो बस शुरू हुई है। पहले दो दिनों में ही हमने इतने उतार-चढ़ाव देखे हैं कि अगले मैचों के लिए उत्साह चरम पर है। क्या और उलटफेर देखने को मिलेंगे? क्या दिग्गज टीमें अपनी बादशाहत कायम रख पाएंगी? इन सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिए, क्योंकि वॉलीबॉल कोर्ट पर ड्रामा अभी बाकी है!